उल्लेखनीय है कि 14वीं लोकसभा में मनमोहन सिंह के नेतृत्व में केन्द्र में संप्रग की सरकार बनाने में लेफ्ट की अहम भूमिका रही थी। वामदलों के समर्थन के बदौलत ही संप्रग सरकार अस्तित्व में आई। हालांकि, परमाणु करार के मसले पर कांग्रेस से मतभेद के बाद पिछले साल जुलाई में वामदलों ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया था।
लेफ्ट के साथ वैचारिक मतभेद
राहुल गांधी ने आ स्पष्ट किया कि लेफ्ट के साथ कांग्रेस का केवल वैचारिक मतभेद है। करार पर लेफ्ट के विचार पुराने हैं। पर ऐसा नहीं कि हर मामले में कांग्रेस और लेफ्ट के विचारों में मतभेद हो। उन्होंने कहा कि "कई मामलों में हमारे विचार एक जैसे है।"