पूर्वी विदर्भ में नक्सल प्रभावित जिले में ‘आदिवासी मेलवा’ को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि इन दोनों संगठनों के प्रमुखों को मनोनीत करने के चलन को छोड़ा जायेगा और अब से सदस्य अपना नेता स्वयं चुनेंगे.
कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच यहां आदिवासी युवकों को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘मैं इस देश में रहने वाले आदिवासियों के जीवन स्तर में बदलाव लाना चाहता हूं और यह चाहता हूं कि वे इन दोनों संगठनों में राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी भूमिका निभाएं’
महाराष्ट्र के इस क्षेत्र में एक तरह से युवक कांग्रेस सदस्यता अभियान शुरू करते हुए राहुल ने कहा कि युवकों को बड़ी संख्या में एनएसयूआई और युवक कांग्रेस में शामिल होकर इसे मजबूत बनाना चाहिए.
राहुल गांधी ने इस अवसर पर कई युवा कार्यकर्ताओं से भी बातचीत की और उनके प्रश्नों के उत्तर दिये. उनके साथ राज्य के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, केंद्रीय सामाजिक कल्याण मंत्री मुकुल वासनिक भी थे.
इससे पहले, महाराष्ट्र की तीन दिनों की यात्रा पर बृहस्पतिवार को राहुल गांधी नागपुर पहुंचे. उनका गढ़चिरौली के बाद बुलढाना और परभनी जिलों का दौरा करने का कार्यक्रम है.
कांग्रेस महासचिव औरंगाबाद में सांसदों, विधायकों और ब्लाक अध्यक्षों की एक बैठक में हिस्सा लेंगे जहां राज्य के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण भी मौजूद होंगे. पिछले छह महीनें में विदर्भ क्षेत्र में राहुल गांधी की यह दूसरी यात्रा है.