Tuesday, January 18, 2011
यहाँ कोई षड़यंत्र रचा जा रहा है ?
6:23 AM
shailendra gupta
उत्तरप्रदेश से संचालित एक वेबसाइट पर छपी एस खबर को थोडा गौर से पढ़ें :-
विधानसभा के चुनावों में भले ही अभी एक साल का वक्त हो लेकिन कांग्रेस पार्टी अभी से ही युवाओं के सहारे यूपी को फतह करने के मिशन में जुट गयी है। इस काम को अंजाम देने के लिए पार्टी ने सबसे पहले कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी के दिशा निर्देश में ज्यादा से ज्यादा संख्या में युवाओं को कांग्रेस से जोड़ने के लिए पंजाब की तर्ज पर यूपी में भी सद्स्यता अभियान चलाया भारी संख्या में प्रदेश के नौजवानों ने कांग्रेस की सद्स्यता ली इसके बाद यूथ कांग्रेस के पदाधिकारियों का लोकतान्त्रिक ढंग से चुनाव कराया गया। इसके बाद यूपी फतेह करने के लिए नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को ट्रेनिग देने का काम शुरू हुआ।
एक माह पहले लखनऊ के आनन्दी वाटर पार्क में पूरे प्रदेश के यूवा कांग्रेस के पदाधिकारियों को इकट्ठा किया गया और उन्हे दो दिन तक कांग्रेस के बड़े रणनीतिकारों ने चुनाव की ट्रेनिग दी। प्रदेश स्तर की ट्रेनिग के बाद जिले स्तर पर भी युवाओं के ट्रेंड करने के लिए ट्रेनिंग कैम्प लगाये गये जिसमें जिला स्तर के पदाधिकारियों के अलावा युवा कांग्रेस से जुड़े बूथ स्तर और ब्लाक स्तर के कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया। सूत्रों के मुताबिक शहर के एक होटल में दो दिन का ट्रेनिंग कैम्प लगा जिसमें विधानसभा अध्यक्ष व उनकी कमेटी के सद्स्यों को ट्रेनिंग के लिए बुलाया गया।
यूथ कांग्रेस के विधानसभा अध्यक्षों व उनकी कमेटी को ट्रेनिंग देने के लिए पार्टी ने जवाहर लाल नेहरू लर्निंग इंस्टीटयूट के दो प्रोफेसरों को भेजा था इन लोगों ने बकायदा दो दिनो तक युवा कांग्रेसियों को यूपी फतह करने के गुर सिखाये।
युवा कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि कांग्रेस लोकसभा चुनावों में शानदार जीत दर्ज करने के बाद अब विधानसभा के चुनावों में भी बसपा को पटखनी देकर सरकार बनाने के लिए गुप्त रूप से युवाओं को ट्रेनिग दे रही है। पार्टी की ओर से ये भी फरमान जारी किया गया है कि कोई भी कांग्रेसी पार्टी की रणनीति का खुलासा मीडिया में नही करेगा। कांग्रेस की इस तैयारी को देखकर ये कहा जा सकता है कि पार्टी युवाओं के सहारे यूपी फतह करने में जुट गयी है।
क्या आपको नही लगता की ये कोई आपराधिक तयारी हो रही है ? यहाँ कोई षड़यंत्र रचा जा रहा है ?
लोग अपने नाम छुपा रहे हैं. नेताओं के नाम छिपाए जा रहे हैं.
क्या ऐसे नेताओं के सहारे उत्तरप्रदेश मैं आगे बढ़ेगी काग्रेस.