कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी व उनके सांसद पुत्र राहुल गांधी की संसदीय क्षेत्र की वेबसाइटों को हैक कर लिया गया था। हैकरों ने इन दोनों वेबसाइटों से कई महत्वपूर्ण व संवदेनशील जानकारियां भी चुरा लीं। यह वारदात उस वक्त हुई है कि जब उत्तर प्रदेश में जल्द होने वाले चुनावों को लेकर कांग्रेस यहां अपनी जमीन मजबूत तैयार करने में जुटी हैं। खास तौर पर राहुल गांधी यहां जमीनी स्तर की राजनीति करने में सक्रिय हैं। हैकरों की इस करतूत से राहुल गांधी के आम आदमी से जुड़ने की कवायद में भी रुकावट आई है।
इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस की नींद उड़ गई है और इसकी संगीनता को देखते हुए जांच दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल को सौंपी गई है। मामला इतना संवेदनशील है कि इस मामले की एफआईआर को भी बकायदा सील बंद लिफाफे में दिल्ली की अदालत में पेश किया गया है, लेकिन अभी पुलिस का कोई भी आला अधिकारी इस मामले में कुछ भी कहने से बच रहा है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी ने अपनी संसदीय क्षेत्र अमेठी व मां श्रीमती सोनिया गांधी की संसदीय क्षेत्र रायबरेली के आम लोगों से सीधे संपर्क रखने के लिए दोनों ही क्षेत्रों के नाम से वेबसाइट तैयार कराई है। ये वेबसाइट हैं amethi.in, raibareli.inÐ ।
दोनों वेबसाइटों में अपने अपने सांसद की निजी जिंदगी की ऐतिहासिक जानकारियों के अलावा अन्य जानकारी हैं। इसके अलावा उनके क्षेत्र में क्या काम कराए जा रहे हैं और क्या काम होने वाला है जैसी तमाम जानकारियां भी हैं। साथ ही, लोगों के लिए उनके विचार-विमर्श व शिकायतें भेजने के विकल्प भी मौजूद हैं। ये वेबसाइट राहुल गांधी के सरकारी आवास 12 तुगलक लेन से चलाई जाती हैं, जिसके लिए बकायदा सर्वर भी लगाए गए हैं।
वेबसाइट हैक होने की घटना चार अप्रैल से 19 अप्रैल के बीच की है। वेबसाइट की देखरेख करने व संचालन करने वाले अधिकारियों को इस बात का अंदेशा आठ अप्रैल को हुआ, जब अचानक दोनों वेबसाइटों ने काम करना बंद कर दिया। जब इंटरनेट पर दोनों साइट को खोलने का प्रयास किया गया तो मैसेज आया कि वेबसाइट मौजूद ही नहीं है। टेक्निकल एक्सपर्ट ने जब जांच की तो पता चला कि दोनों वेबसाइटों को हैक कर लिया गया है। तुरंत ही इस मामले की शिकायत पुलिस से की गई।
मामले की गंभीरता को देखते हुए इसकी जांच नई दिल्ली जिला पुलिस को न देते हुए स्पेशल सेल को सौंपी गई और इसकी एफआईआर भी स्पेशल सेल के थाने में आईटी एक्ट 2000 की धारा 66 के तहत दर्ज की गई। मामले को पूरी तरह से गोपनीय रखने के लिए एफआईआर को तुरंत ही लिफाफे में बंद कर सील कर दिया गया। सूत्रों ने बताया कि amethi.in को जब भी खोलने का प्रयास किया गया तो उसकी जगह www.pdmce.ac.in का पेज खुल गया। जब इस वेबसाइट के बारे में पता किया तो मालूम हुआ कि यह वेबसाइट बहादुरगढ़, हरियाणा में स्थित एक इंजीनियरिंग कॉलेज की है। हैकरों ने अमेठी के नाम पर बनी वेबसाइट की ई-मेल आईडी amethi@hotmail.com को भी हैक कर लिया और में मौजूद तमाम लोगों के ई-मेल एड्रेस व पासवर्ड चोरी कर लिए।
इस ई-मेल एड्रेस में कई अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां भी थीं। पुलिस का कहना है कि अब तक हुई जांच में पता चला है कि हैकरों ने इन वेबसाइटों को इनके डोमेन से हैक किया है। पुलिस ने हैकरों का पता लगाने के लिए बाहर से एथिकल हैकरों की मदद भी ली है। फिलहाल, पुलिस के हाथ खाली हैं। उसका कहना है कि अभी यह बता पाना मुश्किल है कि इस वारदात को अंजाम देने के पीछे हैकरों का क्या मकसद है। मामला देश के शीर्ष घराने व शीर्ष नेताओं से जुड़ा है, इसलिए अभी कुछ भी कहना है जल्दबाजी होगा। मामले की जांच की जा रही है।