संघ कार्यकारिणी के सदस्य और पूर्व प्रवक्ता राममाधव ने कहा कि कर्नल पुरोहित ने संघ के पदाधिकारियों के खिलाफ पहले दुष्प्रचार किया कि कुछ लोगो आईएसआई के एजेण्ट हैं। संघ ने उनके आरोपों को सिरे से नकार दिया तथा उन्हें दूर रखा तो उन्होंने मोहनभागवत जी और इन्द्रेश जी को मारने का षडयन्त्र किया। यह बात महाराष्ट्र की सरकार ने ही संघ को बतायी और संघ से कहा कि मोहन भागवत जी की सुरक्षा का विशेष प्रबंध करें। लेकिन जब कर्नल पुरोहित और उनके साथी एक कथित शंकराचार्य दयानन्द पाण्डे मालेगांव धमाकों में फंसे तो उनके साथ ही संघ को भी जोड़कर आरोपित करने की कोशिश शुरु की गई है। जो लोग संघ के लोगो को मारना चाहते हैं उन्हीं के साथ संघ साजिश करेगा? यह कैसी मजाक है।
Monday, February 14, 2011
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने राहुल गांधी को मुख्य साजिशकर्ता माना
9:08 AM
shailendra gupta
लखनऊ
upwebnews.com
झूठे आरोपों में फंसाने की कोशिशों के पीछे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने सीधे तौर पर कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को मुख्य साजिशकर्ता माना है। संघ का मानना है कि षडयन्त्र के पीछे सोची समझी साजिश है। संघ को फंसाने के लिए पहले पूरी स्क्रिप्ट लिखी गई बाद में कहानी को सामने लाया गया। यह बात आज संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य राममाधव ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही। श्री माधव आज यहां जियामऊ स्थित विश्व संवाद केन्द्र में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
संघ कार्यकारिणी के सदस्य और पूर्व प्रवक्ता राममाधव ने कहा कि कर्नल पुरोहित ने संघ के पदाधिकारियों के खिलाफ पहले दुष्प्रचार किया कि कुछ लोगो आईएसआई के एजेण्ट हैं। संघ ने उनके आरोपों को सिरे से नकार दिया तथा उन्हें दूर रखा तो उन्होंने मोहनभागवत जी और इन्द्रेश जी को मारने का षडयन्त्र किया। यह बात महाराष्ट्र की सरकार ने ही संघ को बतायी और संघ से कहा कि मोहन भागवत जी की सुरक्षा का विशेष प्रबंध करें। लेकिन जब कर्नल पुरोहित और उनके साथी एक कथित शंकराचार्य दयानन्द पाण्डे मालेगांव धमाकों में फंसे तो उनके साथ ही संघ को भी जोड़कर आरोपित करने की कोशिश शुरु की गई है। जो लोग संघ के लोगो को मारना चाहते हैं उन्हीं के साथ संघ साजिश करेगा? यह कैसी मजाक है।
संघ कार्यकारिणी के सदस्य और पूर्व प्रवक्ता राममाधव ने कहा कि कर्नल पुरोहित ने संघ के पदाधिकारियों के खिलाफ पहले दुष्प्रचार किया कि कुछ लोगो आईएसआई के एजेण्ट हैं। संघ ने उनके आरोपों को सिरे से नकार दिया तथा उन्हें दूर रखा तो उन्होंने मोहनभागवत जी और इन्द्रेश जी को मारने का षडयन्त्र किया। यह बात महाराष्ट्र की सरकार ने ही संघ को बतायी और संघ से कहा कि मोहन भागवत जी की सुरक्षा का विशेष प्रबंध करें। लेकिन जब कर्नल पुरोहित और उनके साथी एक कथित शंकराचार्य दयानन्द पाण्डे मालेगांव धमाकों में फंसे तो उनके साथ ही संघ को भी जोड़कर आरोपित करने की कोशिश शुरु की गई है। जो लोग संघ के लोगो को मारना चाहते हैं उन्हीं के साथ संघ साजिश करेगा? यह कैसी मजाक है।
संघ कार्यक ारिणी सदस्य माधव ने यह भी स्पष्ट किया कि साध्वी पज्ञा का संघ के साथ कोई संबंध नहीं है। उन्होेंने स्वामी असीमानन्द के बारे में कहा कि वे रामकृष्ण मिशन के संत हैं। वनवासी क्षेत्रों में काम करते थे। उनको हैदराबाद से दिल्ली लाकर 18 दिसम्बर को दिल्ली में लाकर बयान दर्ज कराया गया। इसके बाद जब तीन जनवरी को वे पंचकुला अदालत में पेश हुए तो उन्होंने कहा कि उन्होंने कोई स्वीकारोक्ति नहीं की है। यह बात उन्होंने अपने उस वकील से कही जो उन्हें सरकार की ओर से उपलब्ध कराया गया था।
श्री माधव ने कहा कि साजिश की शुरुआत भोपाल में राहुल गांधी के उस बयान के साथ हुई थी जिसमें उन्होंने संघ की तुलना सिमी से की थी। इसके बाद अमेरिका के राजदूत के साथ बातचीत में उन्होेंने देश में जेहादी आतंकवाद से भी यादा खतरनाक हिन्दू उग्रवाद को बताया था। यह बातचीत विकीलीक्स ने जारी की थी। कांग्रेस राजनीतिक सोच के तहत संघ को झूठे आरोपों में फंसाकर छवि खराब करना चाहती है। तथ्यों का राजनीतिक इस्तेमाल किया जा रहा है। जांच को प्रभावित करने की भी कोशिश की जा रही है। जबकि संघ ने शुरु से ही कहा कि हम जांच में सहयोग करेंगे और संघ सहयोग कर भी रहा है। हम संविधान में विश्वास करते हैं। आतंकवाद और उग्रवाद में सघ का कोई विश्वास नहीं है। हिन्दू आंतकवाद और भगवा आतंकबाद ये नये शब्द गढ़कर कांग्रेस देश की मुख्य समस्याओं से जनता का ध्यान हटा रही है।
तिरंगा फहराने पर रोक लगायी जा रही है। पहले अंग्रेज तिरंगा फहराने पर जेल भेजते थे अब कांग्रेस सरकार तिरंगा फहराने वालों को गिरफ्तार कर रही है। यह आजाद देश में हो रहा है। उन्होंने मांग की कि अयोध्या मामले में हाई कोर्ट का फैसला आने के बाद के न्द्र सरकार को वहां राममन्दिर बनाने के लिये अध्यादेश पारित करके मन्दिर बनाने की अनुमति देनी चाहिए।
दुष्प्रचार के खिलाफ संघ का जनसम्पर्क अभियान छह से
दुष्प्रचार का जबाव देने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मैदान में उतर आया है। संघ ने सीधे जनता के पास जाकर उसे तथ्यों से अवगत कराने का फैसला किया है। इसके लिए देश भर में दो सप्ताह का अभियान चलाया जा रहा है। यह अभियान अवध प्रांत में 6 से 20 फरवरी तक चलेगा।
अभियान के तहत संघ जनता को बतायेगा कि देश के हिन्दुओं के खिलाफ साजिश की जा रही है। हिन्दू आतंकवाद और भगवा आतंकवाद का नाम लेकर वास्तविक आतंकियों को बचाने का प्रयास हो रहा है। संघ पर भी झूठे आरोप लगाये जा रहे हैं। इस अभियान में संघ एक पुस्तिका तथा कुछ अन्य सामग्री का भी वितरण करेगा।
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