तस्वीरों में : कीचड़ भरे रास्तों पर राहुल गांधी
रोटियों पर ताजा मक्खन लगाकर दिया गया। रात में एसी छोड़कर उन्होंने खुली छत पर सोना पसंद किया , जहां फर्राटा पंखा लगा हुआ था।
मौसम खुशगवार था और खुली हवा ने उनकी नींद को डिस्टर्ब नहीं होने दिया। राहुल की पदयात्रा ग्रामीणों को खूब रास आ रही है। राहुल जिसके यहां पहुंचते या रुकते हैं , वही किसान गदगद हो उठता।
सुबह 6 बजे उठने के बाद वह सगोता गांव के लिए रवाना हो गए। यहां उन्होंने किसानों की समस्याएं सुनीं और 9 जुलाई को अलीगढ़ में होने वाली महापंचायत में आने का बुलावा भी दिया।
राहुल की यात्रा रोजाना सुपर हिट होती जा रही है। 26 जून को बीटा वन सेक्टर में एक प्रॉपर्टी डीलर की संदिग्ध मौत के सिलसिले में वह उसके घर गए। परिजनों ने प्रॉपर्टी डीलर की हत्या की आशंका जताई। बीएसपी के मंत्री पर हत्या के मामले को दबाने का आरोप घरवालों ने लगाया।
आरोप है कि पुलिस ने मंत्री के दबाव में आकर उचित कार्रवाई नहीं की थी। प्रॉपर्टी डीलर की पत्नी ने राहुल गांधी को पूरी व्यथा सुनाई और समुचित कार्रवाई की मांग की।
पदयात्रा से उकताए कांग्रेसी और अफसर
राहुल गांधी की सिक्यूरिटी को लेकर पुलिस और प्रशासन को भी भारी मशक्कत करनी पड़ रही है। उधर , मंगलवार सुबह से अफसर और कांग्रेसी नेता भी टिके हुए हैं। इन्हें यह मालूम नहीं था कि राहुल इतना ज्यादा समय तक यहां पड़ाव डालेंगे। अधिकारी और कांग्रेसी सभी आपस में यह कहने लगे हैं कि राहुल जी कब जाएंगे। फिलहाल राहुल गांधी अलावलपुर गांव के दौरे पर हैं।